सरकारी खर्चे से हज़ हाउस नहीं बनने देंगे
सरकारी खर्चे से हज़ हाउस नहीं बनने देंगे
दिल्ली सरकार के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद ने मोर्चा खोल दिया है। परिषद ने आप पर मुस्लिम तुष्टिकरण की नीतियों का आरोप मढ़ा है। 
परिषद केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली सरकार ने मुस्लिम तुष्टिकरण और हिंदू समाज के खून पसीने की कमाई को उन्हीं के विरुद्ध खर्च करने के रिकॉर्ड बनाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन पर सरकारी खर्चे से हज हाउस नहीं बनने देंगे।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में रहने वाले इकलाख के परिजनों व अन्य पर तो मुख्यमंत्री दिल्ली का धन दिल खोलकर लुटाते हैं किंतु अंकित सक्सेना, ध्रुव त्यागी, रिया गौतम, योगेश कुमार, डॉ. पंकज नारंग, अंकित गर्ग, राहुल राजपूत, रतन लाल और अंकित शर्मा जैसे लोगों से सरकार मुंह क्यों फेर लेती है। 
कोरोना से मृत्यु होने पर डॉ. अनस मुजाहिद के परिजनों को तो मुस्तफाबाद जाकर सरकार एक करोड़ देती है, लेकिन डॉ. केके अग्रवाल जैसे कई कोरोना योद्धाओं की सरकार सुध नहीं लेती। बांग्लादेशी व रोहिंग्या मुसलमानों के लिए हज हाउस बनाती है, लेकिन हनुमान भक्तों को मंदिर नहीं बनाने देती।
 डॉ. जैन ने कहा कि दिल्ली में स्थानीय आरडब्ल्यूए, ग्राम पंचायतों के समूह तथा जन प्रतिनिधियों के प्रबल विरोध व हवाई अड्डे सहित अनेक सुरक्षा चिंताओं को ताक पर रखते हुए दिल्ली सरकार जिस प्रकार सरकारी जमीन पर सरकारी पैसों से हज हाउस बनाना चाहती है, 
उससे ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री मुस्लिम वोट बैंक के लालच में है।

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